चुकंदर के फायदे और पोषण (chukandar khane ke fayde)

चुकंदर में कई प्रकार के पोषक होने के कारण इसके अनेक फायदे हैं। इसमें फ़ाइबर, विटामिन, मिनरल और एंटी आक्सिडन्ट पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्वों की मदद से ये ब्लड प्रेशर, दिल के रोग, पाचन एवं अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में फायदा पहुँचाता है।

ये एक प्रकार का जड़ कंद (सब्जी) है। खाने के लिए जो चुकंदर बाजार में मिलता है वो असल में इसका जड़ होता है जो जमीन के अंदर होता है। आयुर्वेद में इसके पत्तों का उपयोग अन्य तरीके से भी किया जाता है जो कुछ बिमारियों में फायदा पहुँचाता है।

आमतौर पर इसे कच्चा खाया जाता है लेकिन आप चाहे तो इसे पकाकर या इसका अचार बना कर खा सकते हैं। बाजार में लाल रंग के चुकंदर अधिक मिलते हैं, लेकिन ये इसके अलावा पीला, सफेद या गुलाबी रंग के भी हो सकते हैं।

चलिए अब चुकंदर खाने के उन सभी फ़ायदों का जिक्र कर लिया जाए जिसके लिए आप ये आर्टिकल पढ़ रहे हैं-

पोषण से भरपूर होता है चुकंदर

चुकंदर विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरा हुआ है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होने के साथ-साथ अच्छी मात्रा में विटामिन, मिनरल और फ़ाइबर मौजूद है।

यदि आप 100 ग्राम कच्चा चुकंदर खाते हैं तो निम्न प्रकार के पोषक तत्व का फायदा मिलेगा, लेकिन यदि आप उसे उबालकर खाएंगे या अन्य तरीके से खाएंगे तो इन पोषक तत्वों में थोड़ा सा अंतर आ सकता है(source)-

पोषक तत्व मात्रा
पानी87.6g
कैलोरी43
कार्बोहाइड्रट9.56 g
फैट0.17 g
प्रोटीन1.61 g
फ़ाइबर2.8 g
आयरन (Iron)0.8 mg
विटामिन C4.9mg
विटामिन B1(Thiamin)0.031mg
विटामिन B2 (Riboflavin)0.04mg
विटामिन B3 (Niacin)0.334 mg
विटामिन B5 (Pantothenic acid)0.155 mg
विटामिन B60.067 mg
विटामिन B9 (Folate)109 µg
विटामिन A2 µg
मैंगनीज (manganese)0.329 mg
मैगनीशियम (magnesium)23 mg
पोटैशियम325 mg
कॉपर0.075 mg
फास्फोरस40 mg
Nutritional value of raw Beetroot per 100gm

पाचन के लिए बेहतर

चूंकि 100g कच्चा चुकंदर में 2.8g फ़ाइबर पाया जाता है जो इसे फ़ाइबर का एक अच्छा स्त्रोत बनाता है, और फ़ाइबर पाचन में सहायक होता है। हमारी छोटी आंत में ये इन फ़ाइबर का पाचन नहीं हो पाता है लेकिन जब यही फ़ाइबर बड़ी आंत में पहुंचते हैं तो आंशिक या पूर्ण से पचते हैं और वहीं इनका फर्मेन्टेशन भी होता है।

बड़ी आंत में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को ये पोषण देता है और मल की मात्रा को बढ़ाता है। ये बैक्टीरिया पाचन के लिए अच्छे होते है और कई तरह के स्वास्थ्य लाभ पहुंचाते हैं। फ़ाइबर के पर्याप्त मात्रा में होने के कारण ये कब्ज में काफी लाभकारी होता है।

इसके अलावा ये इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) और डाइवर्टिक्युलाइटिस में लाभ पहुँचा सकता है। लेकिन चुकंदर में अधिक इन्सोल्यूबल फ़ाइबर होने कि वजह से कुछ लोगों को कई बार शौच जाने की समस्या हो सकती है।

ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में लाभकारी

चुकंदर में ब्लड प्रेशर को कम करने का गुण बहुत ही कमाल का है। ये सीसटोलिक और डायस्टॉलिक दोनों तरह के ब्लड प्रेशर को कम करने में कारगर, जो जिससे दिल की बिमारी के बड़े कारण हैं (1,2)।

इसमें ब्लड प्रेशर कम करने का ये गुण, इसमें मौजूद नाइट्राइट के कारण होता है। हमारे द्वारा आहार में खाया गया नाइट्राइट शरीर में जाकर नाइट्रिक आक्साइड में बदल जाता है, जो रक्त के वाहिकाओं (नशों) को फैलाता है जिससे खून के संचार में आसानी होती है और इसीसे ब्लड प्रेशर कम होता है(3)

हालांकि इसमें फोलेट भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिसे ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक माना जाता है। इस तरह से इसमें दो तत्व ऐसे हैं जो ब्लड प्रेशर को कम करने में फायदा पहुंचाते हैं।

बवासीर में लाभकारी

बवासीर के मरीजों में अक्सर कर के कब्ज की समस्या रहती है जिसके कारण उनका बवासीर और बिगड़ जाता है। चुकंदर में फ़ाइबर की पर्याप्त मात्रा और लगभग 87% पानी होने के कारण ये कब्ज में फायदेमंद है। और कब्ज पर नियंत्रण होने से बवासीर में बहुत अच्छा लाभ देखने को मिल सकता है।

यदि आपका पाचन कमजोर है और आप कच्चा चुकंदर ठीक से नहीं पचा पाते तो आप इसे उबालकर या अन्य तरीके से पकाकर खा सकते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

चुकंदर में मौजूद नाइट्राइट, रक्त की वाहिकाओं को फैलाता है जिससे शरीर में रक्त का संचार बढ़ता है और फलस्वरूप दिमाग में भी रक्त संचार बढ़ता है जिससे मानसिक स्वास्थ्य में काफी फायदा मिलता है।

ऐसा देखा गया है कि चुकंदर से दिमाग के अग्र भाग में रक्त संचार में अधिक सुधार आता है जो कि उच्च स्तर कि सोच जैसे निर्णय लेना और यादादस्त से संबंधित भाग है (4)

हालांकि इसके और मानसिक फ़ायदों के लिए और भी शोध की जरूरत है जिससे आम लोगों में इसके सेवन से होनेे वाले फ़ायदों को और ठीक से जाना जा सके।

कैंसर के विरुद्ध लड़ने के कुछ गुण होने की संभावना

आज के समय में सबसे डरावनी बिमारी कैंसर है, क्योंकि इसका नाम सुनते ही लोग इसके ठीक होने कि कम संभावना के कारण डर जाते हैं।

चुकंदर में कई सारे ऐसे तत्व मौजूद हैं जो कैंसर से लड़ने में सहायक हो सकते हैं जैसे- बीटाइन, एस्ट्रैगैलिन, ओलेनोलिक एसिड, फेरुलिक एसिड, रुटिन, काएम्फेरोल ,कैफिक एसिड आदि (5)

कई सारे शोध में ये पाया गया है कि यदि रक्त में बीटाइन कि मात्रा अधिक हो तो ये कैंसर के विकास को रोकने में मदद कर सकता है(5)

लेकिन इन शोध में चुकंदर का सेवन न करके इसमें पाए जाने वाले तत्वों का अलग से सेवन किया गया है। इसलिए अभी ये शोध का विषय है कि चुकंदर का सेवन करने से इसमें मौजूद तत्व उसी प्रकार लाभकारी है जैसे ये तत्व अलग से सेवन करने में हैं।

सूजन को कम करने में सहायक

चुकंदर में मौजूद बीटाइन, कई प्रकार से सूजन से लड़ने में कारगर है। हालांकि इसमें अन्य तत्व भी सूजन से लड़ने में एमडी कर सकते हैं।

इसलिए ये सूजन से संबंधित बिमारियों जैसे कि आस्टीओआर्थ्राइटिस, लिवर कि बिमारी, दिल कि बिमारी, कैंसर आदि में लाभकारी हो सकता है।

ऑस्टिओरथरीतिस के मरीजों में हुए एक शोध से पता चलता है कि चुकंदर से निकाले गए रस betalain से बने capsule के सेवन से इन मरीजों के दर्द में राहत मिलती है।

इतना ही नहीं एक शोध के अनुसार चूहों को दिए गए जहरीले पदार्थ से हुए किड्नी में सूजन में भी चुकंदर के रस और निकाले हुए पदार्थ से इसकी सूजन में कमी आती ही (6)

खाने में कैलोरी की मात्रा को नियंत्रित कर सकता है

जैसा कि ई लेख में ऊपर बताया गया है, चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में फ़ाइबर और अधिक पानी पाया जाता है और कैलोरी भी कम होती है। फ़ाइबर अधिक समय तक पेट को भरा रखता है जिससे लंबे समय तक कुछ खाने की जरूरत नहीं पड़ती।

इससे पूरे दिन में आपके द्वारा सेवन किए गए भोजन की मात्रा को नियंत्रित रखता है और इस तरह से चुकंदर पेट और वजन कम करने में फायदा पहुँचाता है।

इतना ही नहीं इसमें थोड़ा सा प्रोटीन भी पाया जाता है, जो वजन को कम करने नियंत्रित रखने में बहुत ही अच्छा सहायक होता है(7)

खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक

चुकंदर से खून में हीमोग्लोबिन बढ़ता है लाल रक्त में बढ़ोतरी होती है, और ये बात आम जनता में भी प्रचलित है। इसका श्रेय इसमें पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व को है।

चुकंदर में आयरन और विटामिन B6 पाए जाते हैं। ये दोनों लाल रक्त बनाने में काफी जरूरी होते हैं। यदि आयरन की कमी हो जाए तो आयरन की कमी से होने वाला अनिमिया हो जाता है जिसमें लाल रक्त की संख्या कम हो जाती है, जो शरीर में आक्सिजन का संचार करते हैं।

अनेमिया होने पर शरीर में कई प्रकार के लक्षण आते हैं जैसे- कमजोरी, थकान, सांस लेने में दिक्कत होना, हाथ और पैर ठंडे रहना, त्वचा का पीला या सफेद लगना आदि।

दिल के लिए अच्छा

दिल के ब्लड प्रेशर का बढ़ना खतरनाक होता है, चुकंदर में नाइट्राइट पाया जाता है जो खून कि नलियों को फैलाता है और बीपी को कम करता है। इससे शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और आसानी से होता है, अतः दिल को रक्त संचार करवाने के लिए कम काम करना पड़ता है।

इसलिए चुकंदर से दिल को भी फायदा होता है और रक्त संचार भी ठीक रहता है।

सेवन करने के तरीके

इसे कच्चा तो खाया ही जा सकता है साथ ही विभिन्न प्रकार से पकाकर भी खाया जा सकता है, कुछ तरीके नीचे दिए गए है-

  • सलाद के रूप में – सबसे आसान तरीका है इसका सलाद बनाकर खाना, आप इसे गोल आकार में काटकर इसका सेवन कर सकते हैं। इसे अन्य गाजर, मुली के साथ मिलाकर रंगबिरंगे सलाद तैयार कर सकते हैं और उसपर चाहें तो नामक लगाकर खा सकते हैं।
  • जूस निकालकर– इसका जूस निकालकर पीने से आप अधिक मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं लेकिन इसे अधिक ना पियें क्योंकि इससे कैलोरी की मात्रा अधिक हो जाएगी और फ़ाइबर नहीं मिलेगा जिससे वजन बढ़ सकता है।
  • सूप बनाकर- सूप के शौकीन लोग इसे अन्य चीजों के साथ मिलाकर इसका लुत्फ उठा सकते हैं जैसे की टमाटर।
  • इसकी पत्तियों का शाग बनाकर- आप इसके पत्तियों का शाग बनाकर सेवन कर सकते हैं ठीक वैसे ही जैसे आप पालक या अन्य शाग बनाते हैं, लेकिन ये ताजा होना चाहिए।
  • भुन कर/पकाकर- इसे काटकर तवे पर तेल डालकर भुन सकते हैं और उसमें थोड़ा सा नमक और अपने पसंद के मसलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा आप विभिन्न प्रकार से इसे पका सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

रोजाना चुकंदर खाने से क्या होगा?

भोजन में हमेशा बदलाव करते रहना चाहिए और विभिन्न प्रकार कि चीजें खानी चाहिए। लेकिन यदि आप रोज थोड़ी मात्रा में चुकंदर का सेवन करते हैं तो इससे कोई हानी नहीं होनी चाहिए। लेकिन यदि आप अधिक चुकंदर का सेवन रोज करेंगे तो आपका बीपी बहुत कम हो सकता है एवं इसमें मौजूद तत्वों से भी स्वास्थ्य पर प्रभाव होने की आशंका है। तथा इसमें फ़ाइबर के अधिक मात्रा में होने के कारण इससे पेट में गैस बन सकता है या बार-बार शौच जाना पड़ सकता है।

क्या ये पुरुषों के सेक्स स्वास्थ्य में लाभदायक है?

जी हाँ, इसमें मौजूद नाइट्राइट, शरीर में जाकर nitric आक्साइड के रूप में परिवर्तित हो जाता है जो की पुरुषों के लिंग में तनाव लाने में मददगार होता है।

क्या सुबह खाली पेट चुकंदर खा सकते हैं?

खाली पेट चुकंदर खाने में कोई समस्या नहीं है लेकिन इसकी मात्रा सीमित रखनी चाहिए एवं लंबे समय तक इसका उपयोग प्रतिदिन करने से बचना चाहिए।

किन लोगों को चुकंदर नहीं खाना चाहिए?

वैसे तो कभी-कभार थोड़ा सा चुकंदर हर कोई खा सकता है लेकिन जिन लोगों मधुमेह, लो बीपी, पथरी या ऐलर्जी जैसी स्वास्थ्य समस्या है उन्हें पहले अपने चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए।

चुकंदर से खून बढ़ने में कितना दिन लगेगा?

सामान्यतः लाल रक्त बनने में दो दिन का समय लगता है, लेकिन यदि आपको anemiaa है तो आपको इसके अलावा अन्य पोषक तत्वों की जरूरत पड़ सकती है जिसके लिए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

क्या चुकंदर खाने से पेशाब या मल लाल हो सकता है?

हाँ, चुकंदर में मौजूद betanin के कारण चुकंदर खाने के बाद आपके पेशाब या मल में लाल रंग दिख सकता है। आमतौर पर ये नुकसानदायक नहीं होता है लेकिन कई बार ऐसा होने पर और चुकंदर खाना बंद करने पर भी ऐसा हो तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

चुकंदर में कौन से विटामिन होते हैं?

चुकंदर में विटामिन B1, B2 , B3 , B5 , B6 ,B9 A, और C होते हैं। ये सभी विटामिन काफी कम मात्रा में पाए जाते हैं लेकिन विटामिन ब9 की मात्रा ठीक-ठाक होती है।

सारांश

चुकंदर में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व मौजूद हैं और इन्ही के कारण इसके अनेक फायदे हैं। इसके सेवन से हाई बीपी, पाचन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, हृदय स्वास्थ्य एवं सूजन कम करने में फायदा मिल सकता है। और संभवतः कैंसर के बढ़ने की गति को कम कर सकता है।

ये खाने में स्वादिष्ट होते हैं एवं इन्हें कच्चा या पकाकर खा सकते हैं या फिर इसका जूस निकालकर पी सकते हैं। इसके अलावा आप इसका सलाद बनाकर भी खा सकते हैं।

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