वीर्य और शुक्राणु क्या हैं?इनमें अंतर एवं बढ़ाने के तरीके

वीर्य और शुक्राणु दोनों एक साथ ही बाहर आते हैं इसलिए सामान्यतः इन्हें एक ही समझा जाता है लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। वीर्य के कई भाग होते हैं और शुक्राणु भी उसमें एक भाग है। तो चलिए आगे इनके अंतर को जानते हैं-

वीर्य एवं शुक्राणु क्या हैं?-virya aur shukranu kya hai?

संभोग या हस्तमैथुन के बाद पुरुष के स्खलित होने पर उनके लिंग से सफेद रंग का तरल पदार्थ निकलता है, इसी को वीर्य कहते है। शुक्राणु, वीर्य का ही एक हिस्सा होता है तथा वीर्य में कुछ तरल पदार्थ भी होते है। ये तरल पदार्थ प्रोस्टेट, वीर्य पुटिकाएं, और बल्बोयूरेथ्रल ग्रंथियों से निकलते हैं।

इस तरह से देखा जाए तो शुक्राणु, वीर्य का एक हिस्सा है लेकिन प्रजनन के लिए शुक्राणु ही, मादा प्रजनन प्रणाली में प्रवेश करके मादा अंडा से मिलकर उसे निषेचित (फर्टिलाइज) करता है। वीर्य में मौजूद तरल पदार्थ शुक्राणु को अंडे तक पहुँचने में मदद करते हैं।

वीर्य कैसे और कहां बनता है?(virya kaise banta hai)

वीर्य में मौजूद शुक्राणु एवं अन्य तरल पदार्थ विभिन्न अंगों में बनते हैं तो चलिए इनके बनने की जगह एवं कार्य जानते हैं-

पौरुष ग्रन्थि (प्रोस्टेट ग्रंथि)– यह पुरुषों में पाई जाने वाली पुरुष प्रजनन तंत्र कि एक सहायक ग्रन्थि है जो मूत्राशय के नीचे पाया जाता है। वीर्य में इसके द्वारा सफेद रंग का तरल पदार्थ बनाया जाता है जो क्षारीय प्रकृति का होता है। ये क्षारीय प्रकृति योनि पथ कि अम्लता को कम करता है जिससे योनि में जाने के बाद शुक्राणु का जीवनकाल और बढ़ जाता है।

सेमिनल वेसिकल– यह ट्यूब के जटिल आकार कि ग्रन्थि है जो पुरुषों के मूत्राशय के नीचे पाई जाती है। वीर्य में मौजूद तरल पदार्थ का लगभग 65 से 75 % हिस्सा इसके द्वारा बनाया जाता है।

बल्बोयूरेथ्रल ग्रंथि – यह ग्रन्थि भी पुरुष प्रजनन तंत्र में तरल पदार्थ बनाने का कार्य करता है। इसके द्वारा बनाया गया तरल वीर्य के स्खलित होने से पहले जब पुरुष उत्तेजित होता है तभी बाहर आता है जिसे प्री-कम के नाम से भी जाना जाता है। इसकी मात्रा कुल वीर्य के 1% से कम रहती है।

शुक्राणु कहाँ और कैसे बनता है?-Shukranu kis mein banta hai

वीर्य में मौजूद शुक्राणु का निर्माण पुरुष के अंडकोश में होता है। अंडकोश में बहुत छोटे आकार के नलिकाओं कि एक प्रणाली पाई जाती है जिसे वीर्योत्पादक नलिकाएं (seminiferous tubules) कहा जाता है। शुक्राणु निर्माण इन्हीं नलिकाओं से शुरू होता है एवं पहले अपरिपक्व शुक्राणु का निर्माण होता है। उसके बाद ये अधिवृषण (epididymis) में परिपक्व होता है तथा वहीं पर संग्रहीत भी होता है।

शुक्राणु बनने कि इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 74 दिन का समय लगता है लेकिन हाल ही में हुए कुछ अध्ययन से पता चलता है कि इसमें लगभग 42 से 76 दिन का समय लग सकता है (1)। पुरुष के अंडकोश में 200 से 300 मिलियन शुक्राणु का निर्माण प्रतिदिन होता है लेकिन उसमें से केवल 100 मिलियन ही परिपक्व शुक्राणु बन पाते हैं।

वीर्य बढ़ाने के तरीके-virya ko kaise badhaye

जैसा कि आप ऊपर वीर्य और शुक्राणु के बारे में पढ़ चुके हैं उसके अनुसार वीर्य में कई तरह के तरल पदार्थ होते हैं एवं शुक्राणु वीर्य का एक हिस्सा होता है। चूंकि प्रजनन के लिए शुक्राणु का उचित मात्रा में होना काफी आवश्यक होता है इसलिए इसे बढ़ाने के लिए आप निम्न तरीके अपना सकते हैं।

शुक्राणु कि संख्या कैसे बढ़ाएं – sperm badhane ke liye kya kare

वीर्य में शुक्राणु कि संख्या प्रति मिलीलीटर सामान्यतः 15 से 200 मिलियन या उससे अधिक होती है। इसका मतलब ये हुआ कि यदि पुरुष के 1 ml वीर्य में 15 से 200 मिलियन या उससे अधिक शुक्राणु हैं तो ये सामान्य संख्या है।

शुक्राणु को बढ़ाने के लिए अपने दैनिक जीवन में खान-पान से लेकर व्यायाम एवं अन्य कई बातों का ध्यान देना जरूरी। निम्न उपाय करके आप अपने शरीर में शुक्राणु की संख्या बढ़ा सकते हैं-

अपने आहार में पोषक तत्वों का सेवन करें

जिस तरह स्वस्थ शरीर के लिए आहार में पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है उसी प्रकार शुक्राणु की संख्या को बढ़ाने के लिए उचित मात्रा में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल आदि कि आवश्यकता होती है। इसमें खासकर विटामिन सी, विटामिन डी, जिंक एवं स्वस्थ वसा का सीधा असर शुक्राणु कि संख्या पर पड़ता है।

नियमित व्यायाम करें

व्यायाम करने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन कि मात्रा बढ़ती है जिससे शुक्राणु कि गुणवत्ता अच्छी होती है एवं इसकी संख्या भी बढ़ती है। अध्ययन से ये पता चलता है कि व्यायाम न करने वाले पुरुषों कि तुलना में नियमित व्यायाम करने वाले पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन कि मात्रा अधिक होती है एवं उनमें शुक्राणु कि गुणवत्ता भी अच्छी होती है (2)।

अपना वजन नियंत्रित रखें

कुछ पुरुषों में वजन अधिक होने से शुक्राणु की गुणवत्ता एवं संख्या में कमी होती है। अध्ययन के अनुसार कुछ पुरुषों में मोटापा उनके बांझ होने का कारण हो सकता है(3)। लेकिन ऐसा सभी मोटे लोगों के साथ नहीं है इसलिए इसके बारे में मोटे लोगों को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और अपना वजन कम करने की कोशिश करनी चाहिए।

तनाव कम करें एवं अच्छी नींद लें

तनाव या चिंता के कारण आपके सेक्स जीवन में अरुचि तो हो ही सकता है लेकिन इसके अलावा शोधकर्ता ऐसा मानते हैं तनाव के कारण शरीर में कॉर्टिसोल नाम का हॉर्मोन बढ़ने के करण वीर्य में कमी आ सकता है। लंबे समय तक तनाव रहने के कारण टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है(4)।

चूंकि अच्छे वीर्य एवं शुक्राणु के लिए टेस्टोस्टेरोन का पर्याप्त होना आवश्यक है, इसलिए आपको तनाव कम करके अच्छी नींद लेनी चाहिए

शराब का सेवन नियंत्रित करें

शराब के कई सारे नुकसान होते हैं पर पुरुष प्रजनन पर इसका प्रभाव अभी भी विवादित है। हालांकि कई सारे अध्ययन इस बात कि पुष्टि करते हैं कि शराब के सेवन से पुरुषों में शुक्राणु कि गुणवत्ता में कमी आ सकती है।

जानवरों पर हुए अध्ययन में ये पाया गया की उनके आहार में एथानॉल(शराब) का सेवन कराने पर उनके शुक्राणु की गुणवत्ता में कमी आई। इसके आलवा मादा चूहों में भी विकसित हो रहे अंडे में भी कमी आई। पुरुषों के शुक्राणु पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है(5)।

ढीला अन्डर वेयर पहने

चूंकि पुरुषों के अंडकोश में शुक्राणु का निर्माण शरीर के तापमान से लगभग 5.4ºF कम पर होता है। शरीर का सामान्य तापमान 98.7ºF होता है जबकि अंडकोश में शुक्राणु का निर्माण 93.2ºF के आस पास होता है।

इसलिए मौसम गरम होने पर पुरुष का अंडकोश खुद को ठंडा रखने के लिए लटक जाता है और शरीर से दूर जाता है। लेकिन वहीं मौसम ठंडा होने पर ये अपना तापमान बढ़ाने के लिए शरीर के करीब आने की कोशिश करता है।

इसलिए अंडकोश में शुक्राणु का निर्माण ठीक से होने के लिए ढीला अन्डर वेयर पहनें जिससे कि अंडकोश का तापमान ठीक रहे और पर्याप्त शुक्राणु का निर्माण हो सके।

वीर्य बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?-kya khane se virya banta hai

वीर्य बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी है पौष्टिक आहार। इसके लिए आपके आहार में मांश, मछली, दूध, अंडा आदि का सेवन होना चाहिए जिससे आपको पर्याप्त प्रोटीन मिल सके। इसके अलावा विटामिन बी9 और विटामिन सी के लिए चुकंदर, संतरा, पपीता, केला आदि ले सकते हैं। तथा आपको अपने आहार में मेंथी, अखरोट, अनार, पालक, लहसुन, अश्वगंधा आदि का सेवन करना चाहिए , ये सभी आपके शरीर में वीर्य बढ़ाने में सहायक होंगे।

कौन सा खाद्य पदार्थ किस तरह से आपके शरीर में वीर्य बढ़ाने का कार्य करता है उसका विवरण नीचे दिया गया है-

अखरोट

अखरोट में कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट एवं हेल्दी फैट होते तथा इसमें विटामिन बी9 , जिंक एवं ओमेगा 3 होते हैं जो शुक्राणु कि गुणवत्ता को बेहतर करते हैं एवं उनकी संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं(6)।

अनार

अनार में कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जो शुक्राणु कि गुणवत्ता को बेहतर करते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन सी एवं ई भी होते हैं जो स्वस्थ शुक्राणु के उत्पादन एवं संख्या वृद्धि में सहायक होते हैँ।

चूहों पर हुए एक अध्ययन में उन्हें अनार के जूस का सेवन कराया गया और देखा गया कि उनके अधिवृषण में शुक्राणु कि संख्या में वृद्धि हुई तथा शुक्राणु की गतिशीलता में भी सुधार हुआ। इसके अलावा असामान्य शुक्राणु में कमी के साथ अन्य कई सुधार देखने को मिले(7)।

लहसुन

लहसुन में एलिसिन और सेलेनियम नाम के तत्व पाए जाते हैं। एलिसिन शुक्राणु को क्षति होने से बचाता है एवं  जननेन्द्रियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है। सेलेनियम एक तरह का एंटी ऑक्सीडेंट है जो शुक्राणु कि गतिशीलता को बढ़ाता है।

कुछ अध्ययनों की समीक्षा से यह पता चलता है कि लहसुन के सेवन से शुक्राणु के उत्पादन एवं टेस्टोस्टेरोन में वृद्धि हुई। ऐसा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के कारण संभव हो सकता है(7)।

माका जड़

माका जड़ मध्य पेरू से उत्पन्न हुआ एक पौधा है। इसे प्रजनन एवं यौन शक्ति को बढ़ाने के लिए जाना जाता है एवं पारंपरिक रूप से इसका इस्तेमाल भी किया जाता है।

कई सारे अध्ययन में पाया गया की 1.5 से 3 ग्राम/दिन सूखे माका जड़ का 3 माह तक इस्तेमाल करने वाले पुरुषों में यौन इच्छा में वृद्धि हुई(8,9)।

इसके अलावा 3 माह तक प्रतिदिन 1.75 ग्राम माका जड़ का इस्तेमाल करने वाले पुरुषों में शुक्राणु संख्या एवं गतिशीलता में वृद्धि देखने को मिला(10)।

विटामिन बी9

विटामिन बी 9 काफी महत्वपूर्ण विटामिन है, ये हमारे शरीर में लाल रक्त एवं डीएनए के निर्माण में सहायक होता है। इसे फॉलिक ऐसिड नाम से भी जाना जाता है। हालांकि इसे जिंक के साथ उपयोग में लाने पर ये पुरुषों में शुक्राणु को बेहतर करते हुए प्रजनन शक्ति को मजबूत करता है।

एक पुराने अध्ययन के अनुसार कम प्रजनन शक्ति वाले पुरुषों में फॉलिक ऐसिड और जिंक के लगातार 6 माह तक सेवन करने पर उनके शुक्राणु संख्या में 74% बढ़ोत्तरी दर्ज की गई(11)। लेकिन बाद में हुए कुछ अध्ययन में इस बात कि पुष्टि नहीं हो पाई।

जिंक

पुरुष में प्रजनन शक्ति को ठीक रखने के लिए जिंक का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना अति आवश्यक है। एक समीक्षा अध्ययन में जिंक कि कमी वाले पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर एवं शुक्राणु कि कम गुणवत्ता जैसी समस्याएं पाई गईं(12)।

इसके अलावा जिंक कि खुराकवाले लेने वाले लोगों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर एवं शुक्राणु कि संख्या में वृद्धि देखी गई(13,14)।

इसलिए शुक्राणु बढ़ाने में जिंक काफी फायदेमंद है। मांश, मछली, अंडा में अधिक मात्रा में जिंक पाया जाता है एवं दाल, मूंगफली, काजू, बादाम, कद्दू के बीज, कुछ अनाज आदि में भी ठीक-ठाक मात्रा में जिंक पाया जाता है।

विटामिन सी

विटामिन सी को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तो सब जानते हैं लेकिन कुछ तथ्यों के अनुसार ये वीर्य कि गुणवत्ता को बेहतर करता है। चूंकि विटामिन सी एक तरह का एंटी ऑक्सीडेंट है जो हमारे शरीर में बढ़ते हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। कुछ अध्ययन से ये पता चलता है कि शरीर में अधिक ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण पुरुषों के प्रजनन क्षमता में कमी आ सकती है(15)।

इसके अलावा कुछ अध्ययन के अनुसार विटामिन सी के खुराक लेने से शुक्राणु कि संख्या एवं उसकी गतिशीलता में वृद्धि देखी गई है(16)।

विटामिन सी के कुछ अच्छे स्त्रोत हैं – संतरा, नींबू, हरी मिर्च, अमरूद, कीवी, पपीता, लीची आलू एवं अन्य खट्टे फल हैं।

विटामिन डी

विटामिन डी पुरुष और स्त्री दोनों कि प्रजनन शक्ति को बेहतर कर सकता है। एक अवलोकन अध्ययन में ऐसा पाया गया की जिन पुरुषों में विटामिन डी कि कमी थी उनमें टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी कम था(17)। और टेस्टोस्टेरोन पुरुष स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है।

सूरज कि रोशनी जब हमारे त्वचा पर पड़ती है तो विटामिन डी का निर्माण होता है, इसलिए आप चाहें तो सुबह की हल्की धूप ले सकते हैं। खाद्य पदार्थ में मछली, अंडा,कोड मछली का तेल, मसरूम आदि में विटामिन डी पाया जाता है।

अन्य खाद्य पदार्थ

ऊपर दिए खाद्य पदार्थ के अलावा अश्वगंधा, पालक का साग, सिंघाड़ा, दूध, खजूर, केला आदि पोषक खाद्य पदार्थ का सेवन करने से वीर्य बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा कई आयुर्वेदिक औषधियाँ हैं जो वीर्य एवं शुक्राणु बढ़ाने में सहायक होती हैं लेकिन इनका सेवन आपको अपने चिकित्सक या वैध के परामर्श अनुसार करना चाहिए।

क्या दवा से वीर्य गाढ़ा हो सकता है?

हमारे समाज में वीर्य के पतलेपन के उपचार को लेकर कई सारी भ्रांतियाँ हैं एवं इसका फायदा उठाकर कुछ लोग वीर्य को गाढ़ा करने की दवा बेचते हैं। यदि वीर्य में शुक्राणु कि कमी होती है तो उसे प्रजनन के लिए उपचार कि जरूरत पड़ती है जो हमेशा डॉक्टर कि देख-रेख में होना चाहिए।

यदि आपका शरीर स्वस्थ होगा तो आपका वीर्य भी गाढ़ा एवं स्वस्थ होगा इसलिए आपको पौष्टिक आहार, पर्याप्त नींद एवं व्यायाम पर ध्यान देना चाहिए जिससे आपका शरीर स्वस्थ रहे।

यदि संभोग के समय आपका वीर्य जल्दी स्खलित हो जाता है तो इसका मतलब ये नहीं की आपका वीर्य पतला है। इसके लिए आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए और अपनी समस्या के बारे में बात करनी चाहिए। एक कुशल डॉक्टर इसका इलाज बहुत अच्छे से कर सकता है।

सारांश

पुरुष के स्खलित होने पर वीर्य बाहर आता है एवं शुक्राणु वीर्य का एक हिस्सा होता है। बच्चे पैदा करने की लिए शुक्राणु का होना अति आवश्यक है इसके बिना प्रजनन नहीं हो सकता। इसके साथ ही वीर्य में कुछ अन्य तरल पदार्थ मौजूद होते हैं जो शुक्राणु को सुरक्षित रखने एवं उसे आगे बढ़ने में मदद करते हैं।

वीर्य एवं शुक्राणु को बढ़ाने के लिए हमारे शरीर का स्वस्थ होना जरूरी है। कुछ चीजें खाने से शुक्राणु में वृद्धि देखी गई है जिसके बारे में इस लेख में ऊपर बताया गया है आप इनका सेवन कर सकते हैं।

लेकिन यदि आपको बच्चे पैदा करने में समस्या आ रही है तो आपको किसी कुशल डॉक्टर से इसका इलाज कराना चाहिए।

अस्वीकरण : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है एवं इसका उपयोग चिकित्सा के लिए नहीं किया जा सकता। अधिक जानकारी या चिकित्सकीय सलाह के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इस वेबसाईट पर मौजूद किसी भी जानकारी के लिए स्वस्थ सवेरा के लेखक या मालिक जिम्मेदार नहीं होंगे।

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